मैं गुण गाऊ माँ तेरे संकट हरलो मेरे
नही कोई मेरा बिन तेरे संकट हरलो मेरे
संकट हरलो मेरे संकट हरलो मेरे
मैं गुण गाऊ माँ तेरे संकट हरलो मेरे
उचे उचे पर्वत पर माँ प्यारा मंदिर तेरा
आते जाते बीत गया सारा जीवन मेरा
जीवन में दुःख बथेरे संकट हरलो मेरे
मैं गुण गाऊ माँ तेरे संकट हरलो मेरे
सुआ सुआ लाल चोला माँ लेकर दर पर आऊ,
नाम जपु माँ तुझे रिजाऊ पल पल तुझे रिजाऊ
बस दर्शन हो जाए तेरे संकट हरलो मेरे
मैं गुण गाऊ माँ तेरे संकट हरलो मेरे
ज्योत जगाऊ नित नित तेरी विनती सुन ले मेरी
नाम जपु मैं सांझ सवेरे बिगड़ी बन जाए मेरी
कटो चोरासी के फेरे संकट हर लो मेरे
मैं गुण गाऊ माँ तेरे संकट हरलो मेरे
श्रेणीदुर्गा भजन
Wednesday, June 17, 2020
Next
This is the most recent post.
Older PostRelated Post
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment