गांव भारतीय सभ्या-संस्कृति की रीढ़ और परंपरागत केंद्र रहे हैं। आज बीसवीं सदी के इस अंतिम चरण में भी भारत को गांव-संस्कृति और कृषि-प्रधान ...
गांव भारतीय सभ्या-संस्कृति की रीढ़ और परंपरागत केंद्र रहे हैं। आज बीसवीं सदी के इस अंतिम चरण में भी भारत को गांव-संस्कृति और कृषि-प्रधान ...
कहे कबूतर गुटरूगूं-गुटरूगूं भाई गुटरूगूं बोलूं या चुप हो जाऊं, रूकूं यहां या उड़ जाऊं, दाने बिन बिन कर खाऊं, दुपहर है क्या सुस्ताऊं ? ...
प्यारी-सी चिड़िया सूरज उगने के संग ही, आसमां में खो जाती है, प्यारी-सी आवाज सुनाकर, खुश बहुत वो करती है , प्यारी-सी चिड़िया मेरी, मन को ...
माली आज लगा दे झूला , झूले पर हम झूला झूलें। इस पर चढ़कर, ऊपर बढ़कर, आसमान को हम छू लें। झूला झूल रही है डाली, झूल रही है पत्ती-पत्ती। इ...
शिक्षा का माध्यम Shiksha Ka Madhyam स्वतंत्र भारत में शिक्षार्थी का यह दुर्भाज्य ही कहा जाएगा कि एक तो यहां शिक्षा-पद्धति वही पुरानी, ...
शिक्षा का माध्यम Shiksha Ka Madhyam माध्यम का अर्थ होता है वह साधन या ढंग, जिसको अपनाकर कोई व्यक्ति या हम कुछ ग्रहण करते हैं। शिक्षा के...
वर्तमान शिक्षा प्रणाली Vartman Shiksha Pranali शिक्षा का वास्तविक अर्थ होता है, कुछ सीखकर अपने को पूर्ण बनाना। इसी दृष्टि से शिक्षा को ...