हमारा प्यारा देश भारत अत्यंत प्राचीन संस्कृति वाला महान एंव सुंदर देश है। यह ऐसा पावन एंव गौरमय देश है जहां देवता भी जन्म लेने को लालायित रहते हैं। हम अपने इस देश को स्वर्ग से भी बढक़र मानते हैं।
भारत देश संसार का शिरोमणि है जिसका इतिहास गौरवपूर्ण है। प्राकृतिक दृष्टि से सबसे अनूठा है। प्रकृति ने उसे अपने हाथों से संवारा है। छ: ऋतुंए बारी-बारी में आकर इसका श्रंगार करती हैं। तीन ओर समुद्र और हिमालय इसके मुकुट की भांति सुशोभित हैं। नदियां इसके प्रेम प्रवाह की भाङ्क्षति निरंतर बहकर इसे सिंचित करती हैं।
हमारा देश भारत भौगोलिक विभिन्नताओं वाला देश है। यहां एक ओर हरियाली है तो दूसरी तरफ जंगल, एक ओर हिमखंडित पर्वत शिखर हैं तो दूसरी ओर तपते मरुस्थल। इसी देश में प्राकृतिक बनावट, जलवायु, खान-पान, वेशभूषा तथा संस्कृति की दृष्टि से इतनी विभिन्नताएं हैं। हमारा प्यारा देाश् भारत अनेकता में एकता का अपूर्व उदाहरण है।
भारत एक धर्म-निरपेक्ष राज्य है अर्थात यहां की सरकार जनता के धार्मिक मामालों में कोई दखल नहीं देती। यहां हिंदु-सिख, ईसाई और इस्लाम धर्म मानने वाले लोग रहते हैं। प्राकृतिक दृष्टि से यह देश सर्वाधिक सुंदर देश है, तो कभी धन-वैभव की दृष्टि से सोने की चिडिय़ा भी कहा जाता है।
हमारा देश अनेक महापुरुषों की भूमि है। इसी धरापर गौतम, महावीर, विवेकानंद जैसे महापुरुष हुए, इसी धरा पर महात्मा गांधी,जैसे पुरुष का आगमन हुआ। इसी भूमि पर तुलसी, कबीर, कालिदास, रवींद्रनाथ टैगोर सरीखे कवियों, पे्रमचंद सरीखे कहानीकार हुए। इसी भूमि पर महान रामानुजम, आर्यभट्ट जेसे गणितज्ञ एंव वैज्ञानिक अवतीर्ण हुए।
सभी देशवासी भारत देश को उन्नति के शिखर पर पहुंचाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं। वह समय दूर नहीं है जब हमारा भारत देश विज्ञान, तकनीक, औद्योगिक, आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से विश्व का सिरमौर बनेगा।
भारत देश संसार का शिरोमणि है जिसका इतिहास गौरवपूर्ण है। प्राकृतिक दृष्टि से सबसे अनूठा है। प्रकृति ने उसे अपने हाथों से संवारा है। छ: ऋतुंए बारी-बारी में आकर इसका श्रंगार करती हैं। तीन ओर समुद्र और हिमालय इसके मुकुट की भांति सुशोभित हैं। नदियां इसके प्रेम प्रवाह की भाङ्क्षति निरंतर बहकर इसे सिंचित करती हैं।
हमारा देश भारत भौगोलिक विभिन्नताओं वाला देश है। यहां एक ओर हरियाली है तो दूसरी तरफ जंगल, एक ओर हिमखंडित पर्वत शिखर हैं तो दूसरी ओर तपते मरुस्थल। इसी देश में प्राकृतिक बनावट, जलवायु, खान-पान, वेशभूषा तथा संस्कृति की दृष्टि से इतनी विभिन्नताएं हैं। हमारा प्यारा देाश् भारत अनेकता में एकता का अपूर्व उदाहरण है।
भारत एक धर्म-निरपेक्ष राज्य है अर्थात यहां की सरकार जनता के धार्मिक मामालों में कोई दखल नहीं देती। यहां हिंदु-सिख, ईसाई और इस्लाम धर्म मानने वाले लोग रहते हैं। प्राकृतिक दृष्टि से यह देश सर्वाधिक सुंदर देश है, तो कभी धन-वैभव की दृष्टि से सोने की चिडिय़ा भी कहा जाता है।
हमारा देश अनेक महापुरुषों की भूमि है। इसी धरापर गौतम, महावीर, विवेकानंद जैसे महापुरुष हुए, इसी धरा पर महात्मा गांधी,जैसे पुरुष का आगमन हुआ। इसी भूमि पर तुलसी, कबीर, कालिदास, रवींद्रनाथ टैगोर सरीखे कवियों, पे्रमचंद सरीखे कहानीकार हुए। इसी भूमि पर महान रामानुजम, आर्यभट्ट जेसे गणितज्ञ एंव वैज्ञानिक अवतीर्ण हुए।
सभी देशवासी भारत देश को उन्नति के शिखर पर पहुंचाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं। वह समय दूर नहीं है जब हमारा भारत देश विज्ञान, तकनीक, औद्योगिक, आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से विश्व का सिरमौर बनेगा।
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