Essay On Summer Season In Hindi Language
ग्रीष्म फलों की ऋतु है. फलों का राजा आम इसी ऋतु में मिलता है.
इसके अलावा लीची, जामुन, शरीफ़ा भी इसी ऋतु की दें हैं. तपती गर्मी में तरबूज का स्वाद किसे अच्छा नहीं लगता. खीरा, ककड़ी, खरबूजा ये भी ग्रीष्म ऋतु की ही उपज है, जो तपती गर्मी से लोगों को राहत देते हैं.
जो बसंत ऋतु राज और वर्षा ऋतु रानी समझते हैं, उन्हें ग्रीष्म के महतत्व को भी कम करके नहीं आँकना चाहिए. क्यूंकी ग्रीष्म ही वर्षा की पृष्ठभूमि तय्यार करती है. ग्रीष्म की ताप से तप्कर ही प्रकृति वर्षा के रूप में करुणारथ हो उठती है. अत: ग्रीष्म के ताप से अगर धरती नहीं तपेगी तो समय पर उचित मात्रा में वर्षा भी नहीं होगी और तब कहाँ बसंत और कहाँ उनकी बासन्तिक छटा . बसंत के बाद ग्रीष्म ऋतु का आगमन या संदेश होता है की मानव जीवन में सुख के पल के बाद दुख की कड़ियाँ भी आती हैं. जिन्हें मानव को खुशी से झेलना चाहिए.
ग्रीष्म फलों की ऋतु है. फलों का राजा आम इसी ऋतु में मिलता है.
इसके अलावा लीची, जामुन, शरीफ़ा भी इसी ऋतु की दें हैं. तपती गर्मी में तरबूज का स्वाद किसे अच्छा नहीं लगता. खीरा, ककड़ी, खरबूजा ये भी ग्रीष्म ऋतु की ही उपज है, जो तपती गर्मी से लोगों को राहत देते हैं.
जो बसंत ऋतु राज और वर्षा ऋतु रानी समझते हैं, उन्हें ग्रीष्म के महतत्व को भी कम करके नहीं आँकना चाहिए. क्यूंकी ग्रीष्म ही वर्षा की पृष्ठभूमि तय्यार करती है. ग्रीष्म की ताप से तप्कर ही प्रकृति वर्षा के रूप में करुणारथ हो उठती है. अत: ग्रीष्म के ताप से अगर धरती नहीं तपेगी तो समय पर उचित मात्रा में वर्षा भी नहीं होगी और तब कहाँ बसंत और कहाँ उनकी बासन्तिक छटा . बसंत के बाद ग्रीष्म ऋतु का आगमन या संदेश होता है की मानव जीवन में सुख के पल के बाद दुख की कड़ियाँ भी आती हैं. जिन्हें मानव को खुशी से झेलना चाहिए.
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