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Thursday, May 16, 2019

भारत में चुनाव पर निबंध – (Essay on Election in India - 250 Words)

May 16, 2019

प्रस्तावना

किसी भी लोकतांत्रिक देश में चुनाव काफी महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं और क्योंकि भारत को विश्व को सबसे बड़े लोकतंत्र के रुप में भी जाना जाता है, इसलिए भारत में चुनावों को काफी अहम माना जाता है। आजादी के बाद से भारत में कई बार चुनाव हो चुके और इन्होंने देश के विकास को गति देने का एक महत्वपूर्ण कार्य किया। यह चुनाव प्रक्रिया ही है, जिसके कारण भारत में सुशासन, कानून व्यवस्था तथा पारदर्शिता जैसी चीजों को बढ़ावा मिला है। 
भारतीय चुनावों में किये गये साहसिक संसोधन
भारत में मतदाताओं के विशाल संख्या को देखते हुए कई चरणों में चुनाव आयोजित किये जाते है। पहले के वर्षों में भारत में चुनाव साधरण तरीकों से होते रहे है लेकिन वर्ष 1999 में पहली बार कुछ राज्यों में इलेक्ट्रानिक मशीनों का प्रयोग किया गया, जोकि काफी सफल रहा तभी से चुनाव प्रक्रिया को सरल, पारदर्शी तथा तेज बनाने के लिए निरंतर इनका उपयोग किया जाने लगा।
भारत में पार्षद पद से लेकर प्रधानमंत्री जैसे विभिन्न प्रकार के चुनावों का आयोजन होता है। हालांकि इनमें से जो सबसे महत्वपूर्ण चुनाव होते है वह होते है लोकसभा और विधानसभा के चुनाव क्योंकि इन दो चुनावों द्वारा केंद्र तथा राज्य में सरकार का चयन होता है। आजादी के बाद से लेकर अबतक हमारे देश में कई बार चुनाव हुए है और इसके साथ ही इसकी प्रक्रिया में कई प्रकार के संसोधन भी किये गये है। जिन्होंने चुनावी प्रक्रिया को और भी बेहतर तथा सरल बनाने का कार्य किया है।
इसमें सबसे बड़ा संसोधन वर्ष 1989 में हुआ था। जब चुनाव में मतदान करने की उम्र को 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष कर दिया गया था। इस परिवर्तन के कारण देशभर के करोड़ों युवाओं को जल्द ही मतदान करने का अवसर मिला वास्तव में भारतीय लोकतंत्र के चुनाव प्रक्रिया में किये गये सबसे साहसिक संसोधनों में से एक था।
निष्कर्ष
भारतीय लोकतंत्र में चुनाव का एक महत्वपूर्ण योगदान है, इसी वजह से भारत को विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रुप में भी जाना जाता है। यह चुनाव प्रक्रिया है जिसने दिन-प्रतिदिन भारत में लोकतंत्र के नींव को और भी मजबूत किया है। यहीं कारण है कि भारतीय लोकतंत्र में चुनाव इतना महत्वपूर्ण स्थान रखते है।

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