भारत निर्वाचन आयोग का गठन भारत में विधानसभा, लोकसभा, राष्ट्रपति पद जैसे विभिन्न चुनावों को निष्पक्ष रुप से कराने के लिए किया गया था। यह एक स्वायत्त संस्था है और इसकी स्थापना 25 जनवरी 1950 में हुई थी। यह संस्था भारत के सबसे प्रमुख संस्थाओं में से एक है क्योंकि इसके ऊपर यह जिम्मेदारी होती है चुनाव निष्पक्ष तथा पारदर्शी रुप से संपन्न हो, इसके साथ ही चुनाव आयोग द्वारा सरकार को चुनाव प्रक्रिया में समयानुसार विभिन्न तरह के संसोधनो का सुझाव भी दिया जाता है।
भारत निर्वाचन आयोग में वर्तमान में एक मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्त होते है हालांकि इसके गठन से लेकर 15 अक्टूबर 1989 तक इसमें केवल मुख्य निर्वाचन आयुक्त का ही पद होता था। मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। इस संस्था का भारत में होने वाले लोकसभा तथा विधानसभा जैसे प्रमुख चुनावों को सही रुप से कराने की एक बहुत ही बड़ी जिम्मेदारी होती है। निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव से पहले नामांकन से लेकर मतदान तथा चुनाव नतीजों के घोषणा तक सारा कार्यभार देखा जाता है। यही कारण है कि भारत में भारत निर्वाचन आयोग को इतना महत्वपूर्ण संस्था माना गया है।
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