प्रस्तावना:- मेरे भारत का नाम संपूर्ण विश्व में गर्व की बात है मेरा देश परंपरा वीरता संस्कृति या यू कहे भौगोलिक सभी परिस्थिति में महान है इसे पुरातन काल में आर्यवत नाम से पुकारा जाता था। भारत का नाम महाप्रतापी राजा दुष्यंत के पुत्र भारत के नाम पर ही नाम भारत देश पड़ा है
मेरा भारत देश कृषि प्रधान देश है यहां पर हर तरह के अनाजौ की पैदावार होती है जेसे मक्का ,ज्वार ,गेंहू ,बाजरा ,इत्यादि। मेरे भारत में कृषि सिंधु घाटी सभ्यता के समय से ही कि जा रही है।
भारत की संस्कृति अनेकता में एकता पर आधारित है यह अनेकता में एकता एक शब्द ही नहीं बल्कि यह भारत देश की संस्कृति और विरासत में पूरी तरह लागू होता है मेरा भारत देश विश्व के नक्शे में अपने रंगारंग और अनूठी संस्कृति की छाप छोड़े हुए हैं। मेरे भारत की संस्कृति और उसकी कला शिल्प नृत्य और संगीत की वजह से भी मेरा भारत की पूरी दुनिया में अपनी अलग छाप है
भारत देश सदैव ही अहिंसा का पक्षधर रहा है। मेरे देश में लोकतंत्र है। मेरे देश में सभी के लिए समान कानून लागू होता है और उसका पालन करना मेरे देश के हर नागरिक को के लिए आवश्यक है।
भारत ने दुनिया को कई महान वैज्ञानिक भी दिए है जिसमें सी.वी. रमण ,जगदीश चंद्र बसु, श्रीनिवास रामानुजन ,और भी कई शामिल है। यदि उपलब्धियों को मशहूर वैज्ञानिक ने जीरो यानी शुन्य की खोज करी और जिस से गणित और गणना के नियम और आसान, सरल और सटीक बने।
आधुनिक युग में भी मेरा देश पूर्ण तरक्की कर रहा है। आज मेरे देश में हर काम पहले की अपेक्षा और जल्दी होने लगा है। हर क्षेत्र में चाहे वह कोई भी क्षेत्र हो वह इस कंप्यूटर ने ले लिया है और इसकी वजह से मेरे भारत देश का नाम कई क्षेत्रो में अग्रणी हो रहा है और अपना नाम कमा रहा है.
मेरे भारत में हिमालय से निकली शुद्ध निर्मल जल की धाराएं है , मेरा भारत में कई नदियां हैं जैसे गंगा ,यमुना ,सतलज,गोदावरी ,और अन्य कई है मेरे भारत की नदिया पूजनीय है। मेरे देश न खद्दानो , अनाज , और खनिज संपन्न देश है बल्कि इसकी प्राकृतिक सुंदरता भी अतुल्य है जिसे देखने देश विदेश से सैलानी यहाँ आते है। कश्मीर, नैनीताल, शिमला ,कुल्लू मनाली ,जैसे ऐसे राज्य की प्राकृतिक सुंदरता किसी स्वर्ग से कम नहीं है.
मेरे भारत में महात्मा गांधी जी जैसे राष्ट्रपिता ने जन्म लिया जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों के बलिदान दे दिया। मेरे देश ने करोड़ों संतानों को अपने कलेजे से लगाया हुआ है मेरे देश की राष्ट्रभाषा हिंदी है, वंदे मातरम राष्ट्रगीत है ,जन गण मन राष्ट्रीय गान है, मेरे देश का राष्ट्रीय पक्षी मोर है , इसका राष्ट्रीय पशु बाघ है और राष्ट्रिय चिन्ह तुला है जो न्याय का प्रतीक है
उपसंहार
मेरे भारत के बारे में लिखना चाहे तो शब्द कम पड़ जाएंगे। कुछ शताब्दियों पूर्व मेरा भारत देश जिसे एक सोने की चिड़िया कहा जाता था उस सोने की चिड़िया को अंग्रेज चुरा कर ले गए थे। परंतु आज मेरे भारत ने अपनी मेहनत, लगन और ईमानदारी से वही स्थान प्राप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी मुझे मेरे देश पर गर्व है.
मेरे भारत के बारे में लिखना चाहे तो शब्द कम पड़ जाएंगे। कुछ शताब्दियों पूर्व मेरा भारत देश जिसे एक सोने की चिड़िया कहा जाता था उस सोने की चिड़िया को अंग्रेज चुरा कर ले गए थे। परंतु आज मेरे भारत ने अपनी मेहनत, लगन और ईमानदारी से वही स्थान प्राप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी मुझे मेरे देश पर गर्व है.
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