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Tuesday, November 13, 2018

आतंकवाद की समस्या problem of terrorism 180 words

November 13, 2018

आतंकवाद की समस्या 
आतंकवाद एक अत्यंत भयावह समस्या है जिसमें पूरा विश्व ही जूझ रहा है।  आतंकवाद केवल विकासशील या निर्धन राष्ट्रों की समस्या हो, ऐसी बात नहीं। विश्व का सबसे शक्तिशाली और समृद्ध राष्ट्र अमेरिका भी इससे बच नहीं पाया है। 
दुनिया भर के अलग अलग देशो से रोज ही आतंकी हमलो की खबरे  टेलीविज़न और समाचार पत्रों की सुर्खियों का हिस्सा बने रहते है।  दुनियाभर की गुप्तचर एजेंसियो द्वारा हर वक्त संदिग्ध गतिविधियों पर यु तो नजर राखी जाती है लेकिन फिर भी आतंकी हमले नहीं रुक रहे। 
आतंकवाद मूल में कुत्सित स्वार्थ वृति, घ्रणा, द्वेष,  कटुता और शत्रुता की भावना होती होती है। ज्यादातर आतंकवादी संगठन धर्म को मुख्या मुद्दा बनाकर अपनी आतंकी साज़िशों को सही करार करते है लेकिन वह यह भूल जाते है के दुनिया का कोई भी धरम आपस में बैर करना या हिंसा नहीं सिखाता।   

भारत भी आतंकवाद से जूझता आ रहा है। पहले पंजाब में आतंकवाद पनपा। जब वहां समाप्त हुआ तो आज देश के अनेक महानगरों में फैला गया है। 
आतंकवाद के कारण ही कश्मीर के लाखों पंडित अपना घर-बार तथा व्यापर छोड़ने को विवश हुए।  ऐसा भी देखा जाता है के आतंकी संगठन भोले भले बेरोजगार युवको को अपने मिथ्या वाक्यों और तथ्यों  से प्रभावित कर के उन्हें स्वय के संगठन में शामिल कर लेते है। 
आज आतंकवाद को मिटने के लिए दृढ़ संकल्प तथा कठोर कार्यवाही आवश्यक है। यदि भारत को अपनी छाती से आतंकवाद को मिटाना है तो उसे विश्व जनमत की अवहेलना करके भी आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों को समूल नष्ट करना होगा तथा आतंकवाद को जड़ से उखाड़ना फेंकने के लिए जिस प्रकार की कार्यवाही की आवशयकता हो उसके लिए कृतसंकल्प होना पड़ेगा। इस समस्या का समाधान शांति से संभव नहीं है क्योंकि लातों के भूत बातों से नहीं मानते।

1 comments:

  1. writing is not good people who like me when i see writing i can't understand
    hhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiii

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